Rajyoga: समसप्तक और लक्ष्मी नारायण योग चमका देंगे इन राशि वालों की किस्मत, शुरू होगा गोल्डन टाइम
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Rajyoga: समसप्तक और लक्ष्मी नारायण योग चमका देंगे इन राशि वालों की किस्मत, शुरू होगा गोल्डन टाइम

ज्योतिष के अनुसार कुंडली में कई तरह के शुभ और अशुभ योग बनते हैं. जिसका जातक के जीवन पर अच्छा और बुरा दोनों प्रभाव देखने को मिलता है. ऐसे में किसी भी जातक के जीवन में कुंडली में स्थित ग्रह की स्थितियां और इनका योग ही राजयोग और अशुभ योग दोनों क निर्माण करता है.

फाइल फोटो

Rajyoga: ज्योतिष के अनुसार कुंडली में कई तरह के शुभ और अशुभ योग बनते हैं. जिसका जातक के जीवन पर अच्छा और बुरा दोनों प्रभाव देखने को मिलता है. ऐसे में किसी भी जातक के जीवन में कुंडली में स्थित ग्रह की स्थितियां और इनका योग ही राजयोग और अशुभ योग दोनों क निर्माण करता है. कुंडली में बता दें कि जो राजयोग बनते हैं उसका असर जातक के जीवन पर ऐसा पड़ता है कि उसे राजसी सुख दे जाता है. वहीं किसी की कुंडली में अशुभ योग हो तो उस जातक के जीवन को दुःखों से भर देता है. ऐसे में हम आपको दो ऐसे योग के बारे में बता रहे हैं जो जातक को खूब यश-कीर्ति, धन, सुख, वैभव और सम्मान दिलाने वाले हैं. 

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इन योगों में समसप्तक योग और लक्ष्मी नारायण योग प्रमुख हैं. आपको बता दें कि कुंडली में शुक्र, बुध और गुरु ग्रह की स्थिति जातक को जीवन में सारे सुख देनेवाली होती है. ऐसे में जब भी ये ग्रह अपनी चाल बदलते हैं तो शुभ राजयोग का निर्माण करते हैं. ऐसे में इस साल ही अंत तक दो राजयोग का निर्माण होनेवाला है. जो कई राशि के जातकों के जीवन और करियर को खूब लाभ देने वाला है. 

शुक्र को सौंदर्य, यश, सुख-सुविधाओं का कारक माना गया है. वहीं बुध को बुद्धि, तर्क और शक्ति का कारक माना गया है. मकर राशि में इस बार शुक्र और बुध की युति से बनने वाला लक्ष्मी नारायण योग कई जातकों के जीवन में बदलाव लानेवाला है. वहीं शुक्र ग्रह वृश्चिक राशि में प्रवेश करनेवाले हैं और भाग्य और ज्ञान प्रदान करनेवाले गुरु मेष राशि में रहेंगे. ऐसे में दोनों क आमने-सामने आने की वजह से समसप्तक योग का निर्माण हो रहा है. 

ज्योतिष में लक्ष्मी नारायण योग को खास महत्व दिया गया है. बता दें कि किसी राशि में जब बुध और शुक्र दोनों विराजमान हों तो इसका निर्माण होता है. वहीं जब कोई दो ग्रह आमने-सामने आ जाए तो समसप्तक योग बन जाता है. बता दें कि कोई भी दो ग्रह एक दूसरे से सातवें स्थान पर हो तो समसप्तक राजयोग बनता है. 

ऐसे में कन्या, मकर, धनु और मेष राशि के जातकों के लिए यह समसप्तक राजयोग लकी साबित होने वाला है. ऐसे में समसप्तक राजयोग की वजह से कन्या राशि के जातकों का गोल्डन टाइम शुरू होनेवाला है. वहीं यह योग मकर राशि क् जातकों के लिए सफलता के द्वार खोलने वाला होगा. 

वहीं बुध और शुक्र की युति से बनने वाला लक्ष्मी नारायण राजयोग धनु राशि के जातकों के लिए धनलाभ देने वाला होगा. इस राशि के जातकों की आर्थिक स्थिति मजबूत होगी. मान-सम्मान और पद प्रतिष्ठा में इजाफा होगा. वहीं मेष राशि के जातकों के लिए समसप्तक और लक्ष्मी नारायण दोनों ही राजयोग बेहद शुभ साबित होने वाला है. दोनों ही राजयोग इनके जीवन में खूब धन का लाभ कराएंगे. 

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