उज्जैन में 12 ज्योतिर्लिंगों में से एक महाकालेश्वर ज्योतिर्लिंग स्थित है. हालांकि, इसके अलावा हिंदू धर्म से जुड़ी कई खास बातें हैं.
उज्जैन ज्योतिष की उत्पत्ति का स्थान माना जाता है.
उज्जैन चक्रवर्ती सम्राट विक्रमादित्य की नगरी रही है.
उज्जैन में चार कुंभों में से एक सिंहस्थ कुंभ का आयोजन होता है.
उज्जैन को पृथ्वी के केंद्र में माना जाता है. ज्योतिष ग्रंथों में इसे पृथ्वी की नाभि पर स्थित बताया गया है.
शिप्रा नदी के तट पर स्थित उज्जैन, मोक्षदायिनी नदी के रूप में पूजनीय है.
स्कंदपुराण में उज्जैन को देवताओं की नगरी बताया गया है.
स्कंदपुराण के अनुसार, उज्जैन में 84 महादेव, 64 योगिनियां, 8 भैरव और 6 विनायक मंदिर हैं.