MP के इस गांव में होती है घड़ियालों की 'खेती'!

मध्य प्रदेश की चंबल नदी अपने आप में कई रहस्यों को समेटे हुए है.

यह प्रदेश की इकलौती नदी है, जहां डोलफिन और घड़ियाल जैसे जीव पाए जाते हैं.

सरकार ने 1978 में चम्बल नदी के 435 किलोमीटर क्षेत्र को राष्ट्रीय चम्बल घड़ियाल अभयारण्य घोषित किया.

इसके साथ ही मुरैना के देवरी में घड़ियाल केन्द्र की स्थापना की गई.

देवरी घड़ियाल केंद्र में हर साल हजारों घड़ियालों को पैदा किया जाता है.

यहां कृत्रिम वातावरण में नदी से प्रतिवर्ष 200 अंडे लाकर उनका लालन-पालन किया जाता है.

दो बर्ष परिवरिश करने के बाद इनको चम्बल सेंचुरी में छोड़ा जाता है.

घड़ियाल ऐसे जलीय जीव हैं, जो सिर्फ साफ पानी में रहना पसंद करते हैं.

चंबल नदी देश की सबसे साफ नदियों में शुमार है. यहां का पानी प्रदूषित नहीं है.

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