संस्कारधानी जबलपुर अपनी प्राकृतिक सुंदरता, ऐतिहासिक महत्व और स्वादिष्ट व्यंजनों के लिए जाना जाता है.
लेकिन क्या आप जानते हैं कि जबलपुर का पुराना नाम क्या है?
इतिहासकारों के अनुसार, जबलपुर का नाम महर्षि जबाली के नाम पर रखा गया था.
त्रेता युग में जब भगवान श्री राम वनवास के दौरान जबलपुर पहुंचे थे, उन्होंने यहां भगवान शिव की आराधना की थी. इस दौरान उनकी मुलाकात महर्षि जबाली से हुई थी.
शिव पुराण में भी इस घटना का उल्लेख मिलता है. कहा जाता है कि भगवान राम ने महर्षि जबाली को दर्शन देकर कहा था कि "आपकी यह तपोभूमि आपके नाम से प्रसिद्ध होगी.
कहा जाता है कि महर्षि जबाली ने कई वर्षों तक इस क्षेत्र में तप किया था. इसी कारण, जबलपुर को महर्षि जबाली की तपोभूमि के नाम से भी जाना जाता है.
धीरे-धीरे समय के साथ, "जबालीपुर" या "जबालीपुरम" का नाम "जबलपुर" में बदल गया. आज भी जबलपुर के पुराने क्षेत्रों में शिलालेखों में "जबलपुर" का नाम "जबालीपुर" लिखा हुआ पाया जा सकता है.