Mathura Banke Bihari Mandir Vrindavan: बांके बिहारी मंदिर में बिहारी जी के दर्शन के लिए रविवार के दिन सुबह से ही भारी भीड़ उमड़ी रही. आलम ऐसा था कि पैर रखने तक के लिए जगह बाकी नहीं थी.
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मथुरा: वृंदावन के ठाकुर बांके बिहारी मंदिर में एक बार फिर बिहारी जी के दर्शन के लिए भीषण गर्मी में भी भक्तों की भारी भीड़ उमड़ी. रविवार को सुबह के समय से ही 500 मीटर से ज्यादा लंबी लाइन श्रद्धालुओं की लगी रही. बांके बिहारी मंदिर के मुख्य गेट से आसपास की गलियों में भी प्रमुख मार्गों पर लोग ही लोग दिखाई दिए. भीड़ के दबाव व धक्का मुक्की के बीच बुजुर्गों और महिलाओं को काफी परेशानी का सामना करना पड़ा.
सुरक्षा व्यवस्था पर कड़ी नजर
विद्यापीठ चौराहा से बांके बिहारी मंदिर तक पहुंचने के छोटे रास्ते को पार करने में आधा घंटा से भी ज्यादा का वक्त लग रहा है. मंदिर भी श्रद्धालुओं की भीड़ से पूरी तरह भरा रहा. हालांकि, सुरक्षा व्यवस्था पर कड़ी नजर रख रहे पुलिसकर्मी भीड़ को आगे बढ़ाते रहे और रुक-रुककर श्रद्धालुओं को बिहारी जी के दर्शन पाने के लिए आगे भेजते रहे. हालांकि, इसके बाद भी भीड़ पर काबू पाने में पुलिसकर्मियों को बड़ी मशक्कत करनी पड़ी. भीड़ के आगे पुलिसकर्मी व मंदिर की सुरक्षा गार्ड के पसीने छूट गए.
पहले हो चुकी है दुर्घटना
अभी तो भीड़ को काबू में कर लिया जा रहा है लेकिन होली के समय यानी मार्च महीने में मथुरा बांके बिहारी मंदिर (Mathura Banke Bihari Mandir Stampede) में ही होली के उत्सव के माहौल के बीच दर्दनाक हादसा हो गया था. श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ी जिसमें कई महिलाएं व बच्चे चपेट में आ गए थे. हालात ऐसे हो गए थे कि कुछ श्रद्धालुओं की तबियत खराब हो गई थी. भीड़ के दबाव में आने से इन सभी की तबियत बिगड़ी थी जिसमें से एक भक्त की जान भी चली गई थी.
दरअसल, इस भीड़ की वजह से एक श्रद्धालु की स्थिति तब बहुत अधिक बिगड़ गई थी. हालत ज्यादा बिगड़ने पर अस्पताल ले जाया गया लेकिन सुनील मांगो को अस्पताल लाते ही मृत घोषित किया गया था. वो मुंबई से अपने एक ग्रुप के साथ यहां पर धार्मिक यात्रा पर आए. तब मृतक के परिवारवालों ने आरोप लगाया था पर्याप्त मेडिकल सुविधाएं नहीं थी. वृंदावन ठाकुर बांके बिहारी मंदिर से जुड़े इस केस के सामने आने के बाद पुलिस प्रशासन एक दम चौकन्ना हो गया था.