राम के अलावा कौन से दो योद्धा कर सकते थे रावण का संहार

रावण अति बलशाली

रामायण में लंकापति रावण को बेहत बलशाली बताया गया है. वह इतना शक्तिशाली था राक्षस ही नहीं देवता भी उससे डरते थे. रावण की नाभि में अमृत की बूंदे होने के चलते वह अजय थे. उसमें घमंड था.

तीन योद्धाओं से डरता था रावण

जिस रावण से सारा संसार डरता था वह रावण भी तीन योद्धाओं से डरता था. भगवान राम के अलावा केवल दो ही योद्धा ऐसे थे जो रावण की मौत का कारण बन सकते थे.

भगवान राम ने लिया अवतार

रावण इतना शक्तिशाली था कि उसको मारने के लिए स्वयं भगवान राम को जन्म लेना पड़ा. आइए जानते हैं कि वो कौन से योद्धा थे जो रावण को मार सकते थे.

बाली से डरता था रावण

रामायण के मुताबिक, रावण एक बानर से बहुत डरता था उसका नाम सुनते ही वह छिप जाता था. वह हनुमान जी नहीं थे. वह वानर राज बाली था, जो सुग्रीव का बड़ा भाई था और किष्किंधा का राजा था.

देवराज इंद्र का पुत्र बाली

बाली देवराज इंद्र का पुत्र बताया जाता है. उसे ब्रह्मा जी का वरदान था कि आमने-सामने की लड़ाइे में किसी भी योद्धा की आधी शक्ति उसमें समा जाएगी. इस शक्ति के चलते ही वह सबसे शक्तिशाली अजेय योद्धा बन गया था.

वानर राज बाली किष्किंधा का राजा

रामायण में बाली का वर्णन है. वानर राज बाली किष्किंधा का राजा था और सुग्रीव का बड़ा भाई था. बल के घमंड में उसने अपने भाई को राज्य से निकाल दिया था.

बाली ने रावण को हराया

बाली ने सागर मंथन के समय अपने बल से देवताओं की सहायता की थी. पुरस्कार के रूप में इनका विवाह अप्सरा तारा से हुआ. बाली ने रावण को भी परास्त कर दिया था.

हनुमान

भगवान राम के अलावा हनुमानजी और बाली रावण का वध आसानी से कर सकते थे. हनुमान जी तो इतने ज्यादा शक्तिशाली थे कि वे चाहते तो आपने खुद से ही रावण का वध कर सकते थे.

राम भक्त हनुमान

हिन्दू धर्म की मान्यता के अनुसार बजरंगबली हनुमान, संकटमोचन, बलशाली, अंजनी पुत्र को प्रभु श्रीराम का सबसे बड़ा भक्त कहा जाता है.

त्रेतायुग की रामायण

रामायण त्रेतायुग एक सत्य घटना थी, जिसमें विष्णु के अवतार श्री राम, सीता, लक्ष्मण, रावण तथा हनुमान थे. राम जी के सहायक के रूप में शिव के अवतारी श्री पवनपुत्र हनुमान जी थे.

डिस्क्लेमर

स्पष्ट कर दें कि यह AI द्वारा निर्मित महज काल्पनिक फोटो हैं, जिनको बॉट ने कमांड के आधार पर तैयार किया है.

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