अक्सर सपने में आते हैं मरे हुए सगे-संबंधी ? प्रेमानंद महाराज से जानें इसका अर्थ

प्रेमानंद महाराज

वृंदावन के सबसे प्रसिद्ध संत प्रेमानंद महाराज सोशल मीडिया पर अपने प्रवचनों को लेकर काफी वायरल रहते हैं.

प्रवचन

काफी बड़ी मात्रा में भक्त उनके प्रवचनों को सुनने के लिए वृंदावन पहुंचते हैं.

सपने में सगे-संबंधियों का आना

प्रेमानंद महाराज से एक बार उनके भक्त ने पूछा कि उसके सपने में उसके मरे हुए सगी संबंधी आते हैं तो इसका क्या अर्थ हुआ?

जवाब

चलिए जानते हैं कि प्रेमानंद महाराज ने इसका क्या जवाब दिया.

सपने

प्रेमानंद महाराज ने भक्त के इस बात का जवाब देते हुए कहा,'सपने 3 तरह के होते हैं.

कल्पनात्मक

पहला वो जिनसे हमारा मानसिक संबंध रहता है. इन सपनों का कोई अस्तित्व नहीं होता है.

भागवतिक

प्रेमानंद महाराज ने बताया कि एक भागवतिक सपना होता है, जिसमें किसी महापुरुष का आगमन होता है. ये सत्य के अंतर्गत आता है.

संस्कार

प्रेमानंद महाराज ने कहा हमारा मन बहुत से संस्कारों और संबंधियों से जुड़ा है. ऐसा ही सपना परिवार के सगे संबंधियों को आता है. उससे सुख-दुख का कोई लेना-देना नहीं है.

साथ का पालन

हां ये है कि अगर आपने जीवित अवस्था में उनके साथ का पालन किया तो धन्य है और अगर नहीं किया तो अब कर लेना चाहिए.

दान-पुण्य

उनके प्रति नाम-जप और दान-पुण्य जरूर करें. इसलिए परिवार में कहा जाता है कि कोई हमारा हो, जो कम से कम हमें दान कर सके.