मुंबई की झुग्गी में पला-बढ़ा, पर आखों में थे बड़े ख्वाब, इसलिए UPSC क्रैक कर बन गया IRS अफसर
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मुंबई की झुग्गी में पला-बढ़ा, पर आखों में थे बड़े ख्वाब, इसलिए UPSC क्रैक कर बन गया IRS अफसर

IRS Hussain Sayyed: हुसैन सैय्यद के पिता रमजान का सपना था कि उनका बेटा एक 'बड़ा अधिकारी' बने और इसलिए उन्होंने खुद कम पढ़े-लिखे होने के बावजूद अपने बेटे को अच्छी शिक्षा और भरपूर सहयोग दिया.

मुंबई की झुग्गी में पला-बढ़ा, पर आखों में थे बड़े ख्वाब, इसलिए UPSC क्रैक कर बन गया IRS अफसर

IRS Hussain Sayyed Success Story: मुंबई की झुग्गी बस्ती के एक लड़के से सरकारी अधिकारी बनने तक का सफर कोई सामान्य उपलब्धि नहीं है. यहां तक कि यह वास्तव में बेहद प्रेरणादायक है क्योंकि यह विपरीत परिस्थितियों में भी कड़ी मेहनत और दृढ़ता के महत्व के बारे में बताता है.

दरअसल, हम बात कर रहे हैं, 27 वर्षीय हुसैन सैय्यद की, जिन्होंने जीवन की सभी बाधाओं से लड़ते हुए साल 2022 की यूपीएससी सिविल सेवा परीक्षा पास कर आईआरएस ऑफिसर का पद हासिल किया है.

पिता ने मजदूरी कर बेटे को पढ़ाया
हुसैन सैय्यद का जन्म और पालन-पोषण मुंबई के वाडी बंदर में पी डिमेलो रोड के पास एक झुग्गी बस्ती में हुआ, जिसे "बस्ती" के नाम से जाना जाता है. वह चार भाई-बहनों में से एक हैं. उनके पिता, रमजान इस्माइल सैय्यद, जो एक कॉन्ट्रेक्ट मजदूर के रूप में काम करते थे और इंदिरा डॉक पर लोडिंग और अनलोडिंग परिसर का प्रबंधन करते थे, उन्होंने हुसैल की सफलता में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है. रमजान का सपना था कि उनका बेटा एक 'बड़ा अधिकारी' बने और इसलिए उन्होंने खुद कम पढ़े-लिखे होने के बावजूद अपने बेटे को अच्छी शिक्षा और भरपूर सहयोग दिया.

इस तरह लिया अफसर बनने का फैसला
हुसैन ने अपनी स्कूली शिक्षा के लिए डोंगरी के सेंट जोसेफ स्कूल में पढ़ाई की और 2018 में एलफिंस्टन कॉलेज से ग्रेजुएशन की डिग्री हासिल की. ग्रेजुएशन होने के बाद, उन्होंने साल 2017 से यूपीएससी की तैयारी शुरू कर दी. हुसैन ने एक इंटरव्यू में कहा कि उनका झुकाव सिविल में करियर बनाने की ओर था. अपने पिता के साथ सरकारी कार्यालयों के दौरे से प्रभावित होकर, उन्होंने सरकारी अफसर बनने का फैसला कर लिया था.

पुणे छोड़ दिल्ली जाना पड़ा
हुसैन के पिता के पास कुछ सेविंग थी, जो उन्होंने अपने बेटे को पुणे में कोचिंग लेने के लिए दे दी थी. हालांकि, परीक्षा में असफल होने के बाद हुसैन ने दिल्ली शिफ्ट होने का फैसला किया.

पांचवें प्रयास में मिली सफलता
दिल्ली में उन्होंने उम्मीदवारों की ऑनलाइन कोचिंग लेना भी शुरू किया, जिससे उनकी आय होने लगी. फिर वह यूपीएससी की पढ़ाई के लिए जामिया की कोचिंग में चले गए और वहां पढ़ाई की. अंततः, अपने पांचवें प्रयास में, उन्होंने ऑल इंडिया 570वीं रैंक के साथ यूपीएससी परीक्षा में सफलता हासिल की और आईआरएस अधिकारी बन गए.

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