JNU PhD Admission: जेएनयू पीएचडी कार्यक्रमों में एडमिशन के लिए एनटीए द्वारा पहले आयोजित की जाने वाली परीक्षा को नेट स्कोर से बदलने का फैसला लिया है. इस संबंध में जेएनयू ने नोटिस जारी किया है. पढ़िए पूरी खबर...
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JNU PhD Admission By NET Score: जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय (JNU) ने अपने पीएचडी एडमिशन क्राइटेरिया को मोडिफाई करने का फैसला लिया है. इसके तहत नेशनल टेस्टिंग एजेंसी (NTA) द्वारा आयोजित एट्रेंस एग्जाम को NET स्कोर से बदल दिया जाएगा. जेएनयू ने एकेडमिक सेशन 2024-25 से यूनिवर्सिटी में पीएचडी कार्यक्रमों में प्रवेश के लिए एनटीए द्वारा आयोजित प्रवेश परीक्षा के स्थान पर नेट स्कोर का उपयोग करने का फैसला लिया है.
वन नेशनल एंट्रेंस एग्जाम
शनिवार को जारी किए गए नोटिस में कहा गया है कि यूजीसी ने राष्ट्रीय शिक्षा नीति (NEP) 2020 के इंम्प्लीमेंटेशन के पार्ट के रूप में स्टूडेंट्स को वन नेशनल एंट्रेंस एग्जाम में मदद करने के लिए 27 मार्च 2024 को पब्लिक नोटिस को जारी करने का फैसला किया और कहा कि यूजीसी और सीएसआईआर द्वारा आयोजित नेशनल एलिजिबिलिटी टेस्ट के स्कोर का उपयोग यूनिवर्सिटी/एचईआई द्वारा पीएचडी एडमिशन के लिए एंट्रेंस एग्जाम के बदले किया जा सकता है.
नोटिस में जेएनयू ने प्रवेश के लिए नया क्राइटेरिया तय किया है, जिसके कुछ पॉइंट्स इस प्रकार हैं:
यहां पढ़ें नोटिस-
जेएनयूएसयू ने किया विरोध
जेएनयूएसयू का कहना है कि पीएचडी प्रवेश परीक्षा को नेट स्कोर से बदलने का फैसला कई छात्रों, विशेष रूप से हाशिए के वर्गों से आने वाले स्टूडेंट्स को रिसर्च से दूर कर देगा और कई छात्रों के लिए यूनिवर्सिटी के गेट बंद हो जाएंगे.
हाल ही में यूजीसी मुख्यालय पर जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय छात्र संघ (JNUSU) के विरोध प्रदर्शन के बाद यूजीसी के संयुक्त सचिव ने जेएनयूएसयू के पदाधिकारियों से मुलाकात की थी. संयुक्त सचिव ने कहा कि इस मामले पर आंतरिक बैठक की जाएगी.