DNA: 'बेकार है मंदिर, नक्शा ठीक नहीं...' राम मंदिर पर शुरू हुई चुनावी महाभारत
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DNA: 'बेकार है मंदिर, नक्शा ठीक नहीं...' राम मंदिर पर शुरू हुई चुनावी महाभारत

DNA Analysis: लालू यादव का मुस्लिम आरक्षण वाला बयान मंगलवार को पूरे दिन ट्रेंड हुआ. जिसने चुनावी तापमान हाई कर दिया. इसी तरह आज सपा नेता रामगोपाल यादव का राम मंदिर वाला बयान भी चुनावी टेंपरेचर बढ़ाता रहा.

DNA: 'बेकार है मंदिर, नक्शा ठीक नहीं...' राम मंदिर पर शुरू हुई चुनावी महाभारत

DNA Analysis: लालू यादव का मुस्लिम आरक्षण वाला बयान मंगलवार को पूरे दिन ट्रेंड हुआ. जिसने चुनावी तापमान हाई कर दिया. इसी तरह आज सपा नेता रामगोपाल यादव का राम मंदिर वाला बयान भी चुनावी टेंपरेचर बढ़ाता रहा. समाजवादी पार्टी के महासचिव रामगोपाल यादव ने आज मैनपुरी लोकसभा सीट पर वोट डाला. वोट डालने के बाद रामगोपाल यादव ने मीडिया से बात की लेकिन जिन रामगोपाल यादव के नाम में खुद 'राम' आता है उन्होंने राम मंदिर पर विवादित बयान दे दिया. रामगोपाल यादव ने क्या कहा पहले आपको वो बताते हैं.

रामगोपाल यादव ने कहा कि 'हम रोज राम के दर्शन करते हैं. वो मंदिर तो बेकार का है. मंदिर ऐसे बनाए जाते हैं ? मंदिर ऐसे नहीं बनते ? पुराने मंदिर देख लीजिए कैसे बने हैं. दक्षिण से लेकर उत्तर तक. नक्शा ठीक से नहीं बना है. वास्तु के लिहाज से मंदिर ठीक नहीं बनाया गया.' राम मंदिर का निर्माण नागर शैली में हो रहा है. वास्तुशास्त्र के अनुसार नागर शैली के मंदिरों की पहचान इसका चतुष्कोण होना है. इसी तरह से राम मंदिर भी बन रहा है. लेकिन सपा नेता रामगोपाल यादव को चुनाव के बीच राम मंदिर बेकार लगने लगा है. वो भी तब जब मंदिर में रामलला विराजमान हो चुके है. हर रोज हजारों राम भक्त रामलला के दर्शन कर रहे हैं... प्रथम तल के बाद अब मंदिर के दूसरे तल का काम चल रहा है.

राम मंदिर को लेकर बीजेपी और विपक्ष की लड़ाई वैसे तो बहुत पुरानी है लेकिन चुनाव से ठीक पहले ही इस सियासी युद्ध का नया राउंड शुरू हो गया था. जब..

- मंदिर में रामलला की प्राण प्रतिष्ठा से पहले ही विपक्ष ने कार्यक्रम का बहिष्कार करने का फैसला किया था.

- इसके बाद विपक्ष की तरफ से ये कहा गया कि अधूरे मंदिर में रामलला को विराजमान क्यों किया गया ?

- और अब चुनाव के बीच समाजवादी पार्टी के नेता ने मंदिर को ही बेकार बता दिया है.

अब सपा नेता का ये बयान चुनावी है या फिर उनकी सोच ही ऐसी है ये तो रामगोपाल यादव ही जाने, लेकिन उनके इस बयान ने चुनावी गर्मी जरूर बढ़ा दी है. साथ ही बीजेपी को बैठे-बिठाए एक मुद्दा भी दे दिया है. आमतौर पर राम मंदिर के मुद्दे को बीजेपी उठाती है. बीजेपी ने लोकसभा चुनाव से पहले राम मंदिर बनाने का वादा किया था. जिसे उसने पूरा भी किया. लेकिन चुनावी रैलियों में अभी तक इस मुद्दे को बीजेपी के बड़े नेताओं ने बहुत जोरशोर से नहीं उठाया है. इस बार राम मंदिर के मुद्दे को ट्रेंड समाजवादी पार्टी ने कराया है.

चुनाव के तीन फेज खत्म हो चुके हैं. तीन फेज के दौरान कई Key Words ट्रेंड हुए है इनमें मुसलमान, मंगलसूत्र, हनुमान, वोट जिहाद, आरक्षण ने सबसे ज्यादा सुर्खियां बटोरी. लेकिन 13 मई को होने वाले चौथे फेज से पहले राम मंदिर का मुद्दा उठना... बीजेपी के लिए फायदेमंद हो सकता है.

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