"प्लीज मां मेरी चिंता मत करना, मैं कोई गलत कदम नहीं उठाउंगा"
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"प्लीज मां मेरी चिंता मत करना, मैं कोई गलत कदम नहीं उठाउंगा"

Rajendra Meena: गंगारामपुर के बामनवास का रहने वाला राजेंद्र मीना कोटा में मेडिकल प्रवेश परीक्षा नीट की तैयारी कर रहा था.

"प्लीज मां मेरी चिंता मत करना, मैं कोई गलत कदम नहीं उठाउंगा"

Rajendra Meena Prepration for NEET: अपने पास 8,000 रुपये और साल में एक बार कॉल करने के वादे के साथ, राजस्थान के कोटा में एक 19 साल के स्टूडेंट ने अपने माता-पिता को लिखा कि वह पांच साल के लिए घर छोड़ रहा है. गंगारामपुर के बामनवास का रहने वाला राजेंद्र मीना कोटा में मेडिकल प्रवेश परीक्षा नीट की तैयारी कर रहा था.

पुलिस के मुताबिक, राजेंद्र के पिता जगदीश मीना ने गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज कराई है. परिजनों को उसके लापता होने की जानकारी तब हुई जब उनके मोबाइल पर स्टूडेंट का मैसेज आया.

साल में एक बार जरूर फोन करूंगा

राजेंद्र के मैसेज में लिखा था, "मैं घर छोड़ रहा हूं और मैं आगे पढ़ाई नहीं करना चाहता. मेरे पास 8,000 रुपये हैं और मैं पांच साल के लिए चला जाऊंगा. मैं अपना मोबाइल फोन बेच दूंगा और सिम कार्ड तोड़ दूंगा. कृपया मां से कहें कि वह मेरी चिंता न करे. मैं कोई गलत कदम नहीं उठाऊंगा. मेरे पास सभी के नंबर हैं." अगर जरूरत होगी तो साल में एक बार जरूर फोन करूंगा."

6 मई से लापता है स्टूडेंट

राजेंद्र के पिता के मुताबिक, स्टूडेंट 6 मई को लापता हो गया था. वह दोपहर 1.30 बजे कोटा में अपने पेइंग गेस्ट आवास से निकला था. उसका मैसेज मिलने के बाद, उसके परिवार के सदस्यों ने पुलिस में गुमशुदगी की शिकायत दर्ज कराने से पहले उसकी तलाश शुरू कर दी. फिलहाल राजेंद्र का पता नहीं चल पाया है लेकिन पुलिस ने उसे पकड़ने के लिए तलाशी अभियान शुरू कर दिया है.

कोटा की एक और कहानी

इससे कोटा के कोचिंग माहौल में स्टूडेंट्स द्वारा झेले जाने वाले तनाव और दबाव का पता चलता है. स्टूडेंट्स द्वारा बिना किसी जानकारी के अपनी एजुकेशनल एक्टिविटीज को छोड़ने के मामले नए नहीं हैं और इससे शैक्षणिक संस्थानों और पुलिस दोनों की ओर से सतर्कता बढ़ा दी गई है.

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