Advertisement

Science News

alt
Euclid Space Telescope Images: यूरोप के यूक्लिड स्पेस टेलीस्कोप ने कुछ शानदार तस्वीरें खींची हैं. इनमें चमचमाती आकाशगंगाएं, तारों की नर्सरी और हमारी मिल्की वे जैसी एक आकाशगंगा नजर आ रही है. पिछले साल लॉन्च किए गए यूक्लिड मिशन का मकसद डार्क एनर्जी और डार्क मैटर के रहस्यों की जांच करना है. यह यूक्लिड मिशन की तस्वीरों का दूसरा सेट है जिसे यूरोपियन स्पेस एजेंसी (ESA) ने जारी किया है. जो पांच नई तस्वीरें जारी हुई हैं, उन्हें यूक्लिड ने सिर्फ एक दिन में खींचा है. यूक्लिड मिशन कुल छह साल चलेगा. ESA ने पहली बार यूक्लिड का साइंटिफिक डेटा भी जारी किया है. आने वाले सालों में वैज्ञानिक इस डेटा की मदद से सभी तरह के 'निष्कासित' ग्रहों या 'दुष्ट' ग्रहों का पता लगाने की कोशिश करेंगे. ये ऐसे ग्रह होते हैं जो किसी तारे से नहीं जुड़े होते और मुक्त अवस्था में घूमते रहते हैं. यूक्लिड की तस्वीरों का पहला बैच पिछले साल नवंबर में  जारी किया गया था. तस्वीरों में आप भी देखिए, ब्रह्मांड के कुछ शानदार नजारे. (Photos Credit: ESA/Euclid/Euclid Consortium/NASA)
May 24,2024, 15:28 PM IST
alt
Brain Eating Amoeba Naegleria fowleri: केरल में एक दुर्लभ संक्रमण ने पांच साल की बच्ची की जान ले ली. उसका primary amoebic meningoencephalitis (PAM) के लिए इलाज चल रहा था. यह नेगलेरिया फाउलेरी (Naegleria fowleri) यानी 'दिमाग खाने वाले अमीबा' से होने वाला दुर्लभ संक्रमण है. इस संक्रमण ने पहले भी कई लोगों की जान ली है. दिमाग खाने वाले यह अमीबा सभी महाद्वीपों में मिल चुका है. रिपोर्ट्स के मुताबिक, यह भारत समेत 16 से ज्यादा देशों में PAM की वजह घोषित हुआ है. अमेरिकन सेंटर फॉर डिजीज कंट्रोल (CDC) के अनुसार, Naegleria fowleri गर्म पानी वाली जगहों पर तेजी से फैलता है. यह नाक के जरिए इंसानी शरीर में दाखिल होता है और फिर दिमाग तक पहुंचता है. धीरे-धीरे यह दिमाग को खत्म करता रहता है और आखिर में व्यक्ति की मौत हो जाती है. 'दिमाग को खाने वाले अमीबा' Naegleria fowleri की पूरी कुंडली आगे जानिए.
May 22,2024, 14:32 PM IST
alt
Solar Flares Blast 2024: सूरज की सतह पर लगातार धमाके हो रहे हैं. अमेरिकी स्पेस एजेंसी NASA ने इन सौर धमाकों की तस्वीरें जारी की हैं. नासा ने एक बयान में कहा, 'सूर्य ने 10-11 मई, 2024 को दो मजबूत सौर ज्वालाएं उत्सर्जित की. नासा की सोलर डायनेमिक्स ऑब्जर्वेटरी ने घटनाओं की तस्वीरें लीं.' 10 और 11 मई को हुए इन धमाकों की वजह से ताकतवर सौर ज्वालाएं निकलीं. जब इन सौर तूफानों का असर धरती पर हुआ तो बेहद खूबसूरत नजारा दिखा. रंग-बिरंगी रोशनी आसमान पर छा गई. उत्तरी यूरोप से लेकर ऑस्ट्रेलिया और भारत में भी कहीं-कहीं अरोरा लाइट्स दिखीं. खूबसूरती अपनी जगह मगर सौर तूफानों की वजह से धरती के तकनीकी इंफ्रास्ट्रक्चर को खतरा पैदा हो जाता है. जियोमैग्नेटिक तूफानों के चलते मैग्नेटिक फील्ड में फ्लक्चुएशन होता है जिससे पावर ग्रिड, कम्युनिकेशन नेटवर्क और सैटेलाइट ऑपरेशन बाधित हो सकते हैं.
May 13,2024, 10:51 AM IST
Read More

Trending news